आज दिनांक 6 जून 2023 को भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज (भावाधस ) उत्तराखंड यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष अमन उज्जैनवाल (लड्डू ) ने अवगत कराया कि उनके द्वारा एक ज्ञापन माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार को प्रेषित किया गया है, जिसके माध्यम से अवगत कराया गया है, कि उत्तराखंड सरकार द्वारा मानस खंड मंदिर माला मिशन योजना चलाई जा रही है। जिसमें कुमाऊं मंडल के 16 मंदिर को शामिल किया गया है, जिसमें अल्मोड़ा के जागेश्वर मंदिर चितई गोलू मंदिर सूर्य देव मंदिर कसार देवी मंदिर नंदा देवी मंदिर जनपद पिथौरागढ़ में पाताल भुवनेश्वर मंदिर हाट कालिका मंदिर जनपद बागेश्वर में बाम नाथ मंदिर बैजनाथ मंदिर जनपद चंपावत का पाताल रुद्रेश्वर मां पूर्णागिरि मंदिर मां बाराही देवी मंदिर बालेश्वर मंदिर नैनीताल के नैना देवी मंदिर कैंची धाम मंदिर एवं उधम सिंह नगर के चैती धाम मंदिर को शामिल किया गया है।
विश्व प्रसिद्ध वाल्मीकि तीर्थ सीतावनी (रामनगर ) नैनीताल में भगवान वाल्मीकि ने यही रामायण लिखी थी, जिस पर भगवान रामचंद्र जी का पूरा चरित्र वर्णन है, परंतु इस मंदिर को इस योजना में शामिल नहीं किया गया है, यहां प्रत्येक वर्ष हजारों वाल्मीकि समाज के श्रद्धालु पूरे विश्व से 26 अप्रैल को यहां आते हैं, वर्षों से वाल्मीकि समाज इसके विकास के बात कर रहे हैं 13 अक्टूबर 2022 को भी प्रतिनिधि मंडल माननीय मुख्यमंत्री महोदय से मिला था लेकिन उस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है, माननीय मुख्यमंत्री विश्व प्रसिद्ध वाल्मीकि तीर्थ सीतावनी (रामनगर) नैनीताल को माला मिशन योजना में शामिल किए जाने हेतु उचित आदेश एवं दिशा निर्देश पारित करें।