जिसका नतीजा है कि गुलदार ने जिले भर में दो जगह लोगो पर हमला बोला जहाँ एक घटना में जसपुर कोतवाली क्षेत्र में खेत से चारा लेने आई महिला को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया। तो वहीं दूसरे मामला बाजपुर क्षेत्र में एक कार पर गुलदार ने हमला बोल दिया जोकि ये कार पर हमले का वीडियो कैमरे में लाइव कैद हो गया है। आपको बता दें कि एक घटना में 45 वर्षीय कमलेश देवी खेत पर घास काटने आयी थी। इस दौरान महिला पर गुलदार ने हमला कर दिया जिसमें महिला की मौके पर मौत हो गई। वही घटना से इलाके में दहशत का माहौल है। घटना की सूचना पर मौके पर भारी पुलिस बल पहुँचा। इस दौरान मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। गुस्साए ग्रामीणों की माने तो गुलदार क्षेत्र में कई घटना कर चुका है लेकिन वन विभाग कोई कार्यवाही नही कर रहा है।
वहीं दूसरी घटना में उधम सिंह नगर के बाजपुर में गुरकीरत राणा नामक युवक अपनी कार से अपने घर जा रहें थे कि अचानक उनके घर के रास्ते पर उनकी कार के आगे एक गुलदार आ गया जोकि कार को देखकर गुलदार हमलावर हो गया और कार पर हमला बोल दिया। गनीमत रही कि कार अंदर से लॉक थी जिससे वह उन्हें हानि नहीं पहुंचा सका लेकिन अंदर बैठे गुरकीरत राणा ने इस हमले की लाइव वीडियो बना ली जिससे आप साफ तौर पर देख सकतें हैं कि गुलदार कितना आक्रमक है यदि उसे मौका मिलता तब वह शिकार बना सकता था।
गुरकीरत राणा ने हमें बताया कि वह देर रात अपने घर आ रहें थे ये घटना उस वक्त की है जिसकी उन्होंने वीडियो बना ली। उन्होंने बताया की गुलदार ने उनके कुत्तो कई को भी निवाला बना लिया है। इसकी शिकायत उन्होंने वन विभाग को की लेकिन उन्होंने कोई कार्यवाही नहीं की है। वहीं घटना की सूचना के बाद उपजिलाधिकारी जसपुर सीमा विश्वकर्मा, पुलिस क्षेत्राधिकारी काशीपुर वंदना वर्मा मौके पर पहुँचे जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। उपजिलाधिकारी जसपुर सीमा विश्वकर्मा ने बताया कि सूचना मिली थी कि उत्तरप्रदेश की रहने वाली महिला उत्तराखंड में अपने खेत पर घास काटने गई थी जहाँ गुलदार ने उन पर हमला कर दिया। जिसके बाद मौके पर काफी भीड़ भी जमा हो गई। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जहाँ नियमानुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी मुआवजे का प्रावधान है वो दिया जाएगा। ग्रामीणों की मांग है गुलदार पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया जाए। इस सम्बन्ध में वन विभाग से बातचीत की जाएगी और नियमानुसार जो भी कार्यवाही होगी की जाएगी।