जुलाई-2022 में ब्रह्मखाल उत्तरकाशी निवासी सुरेश सिंह पुरषोड़ा द्वारा थाना धरासू पर आकर दिव्यांश ग्रुप कम्पनी ऑफ निधि में प्रतिदिन डीडीएस निवेश करने व समय अवधि पूर्ण होने पर पैंसा वापस न मिलने पर अपने साथ हुई 02 लाख 83 हजार रु0 की धोखाधड़ी के सम्बन्ध में एक लिखित तहरीर दी गई थी, तहरीर के आधार पर थाना धरासू पर कम्पनी के अज्ञात कर्मियों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया वित्तीय धोखाधडी के मामले की गम्भीरता को देखते हुये एस०पी० उत्तरकाशी, अर्पण यदुवंशी द्वारा मामले में सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये तथा मामले की विवेचना व0उ0नि0 धरासू विनोद पंवार के सुपुर्द की गई।
पुलिस उपाधीक्षक धरासू प्रशान्त कुमार के निकट पर्यवेक्षण एवं एस०एच०ओ०धरासू कमल कुमार लुण्ठी की देखरेख में धरासू पुलिस की टीम द्वारा मामले की छानबीन करते हुये साक्ष्य जुटाकर प्रकाश में आये 03 अभियुक्तों क्रमशः बृजपाल, बाबू राम व सरदार सिंह को पतारसी-सुरागरसी करते हुये कल बुद्ववार को बाजार चुंगी विकासनगर, देहरादून से गिरफ्तार किया गया। मामले में अग्रिम विधिक कार्यवाही जारी है, अभियुक्तों आज मा० न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा।
पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि वह दिव्यांश ग्रुप की कम्पनियों दिव्यांश निधि लिमिटेड व दिव्यांश प्रशियस मेटल स्टोन में डायरेक्टर के पद पर काम कर रहे थे, उनकी कम्पनियां लोगों से डीडीएस व एफडी के रुप में पैसे का निवेश करती थी साथ ही लोन देने का कार्य भी करती थी, पीछे कोविड काल/लॉकडाउन के दौरान उनके कम्पनी का पैंसा मार्केट में डूब गया था कम्पनी की प्रॉपर्टी बेचने के बाद भी वह लोगों का पैसा वापस नहीं कर पाए।
कम्पनी में लोगों की करोड़ो रुपय की धनराशि फंसी है। उत्तरकाशी पुलिस की साइबर टीम द्वारा इनके अकाउंट में लोगों की आर0डी0/एफ0डी0 की शेष बची करीब 1.5 लाख रु0 की फ्रीज करवा दी गई है।
अभियुक्तों के विरुद्ध जनपद देहरादून में 02, टिहरी में 01 व उत्तरकाशी 02 धोखाधडी के अभियोग पंजीकृत हैं। अभियुक्तों के और अधिक आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है। अभियुक्तों के बयान के आधार पर मामले में धारा 4/22 BUDS Act की बढोतरी की गई है।