देहरादून। उत्तराखंड में नगर निकाय के चुनाव सितंबर में संभव हैं। शासन स्तर पर इसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
छोटी सरकार यानि नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत में मेयर/अध्यक्षी की कुर्सी और सभासदी का चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले नेताओं का इंतजार जल्द समाप्त होगा। सितंबर में राज्य में नगर निकाय के चुनाव संभव है। शासन स्तर पर इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में अधिकांश नगर निकायों का कार्यकाल छह माह पूर्व समाप्त हो गया है। निकायों प्रशासक तैनात किए गए हैं। सरकार ने पहले ओबीसी आरक्षण के नाम पर तो फिर इससे संबंधित रिपोर्ट के नाम पर चुनाव टाले। मगर, अब निकाय चुनावों को टालना मुश्किल है।
ऐसे में सितंबर में निकाय चुनाव कराने की तैयारियां चल रही हैं। कुछ दावे अगस्त अंतिम सप्ताह में निकाय चुनाव को लेकर सामने आ रहे हैं। चुनाव में भाग्य आजमाने की तैयारियों में जुटे नेता चुनाव की तिथियों का ऐलान पर टकटकी लगाए बैठे हैं। शहरों में नेताओं के स्तर पर इसकी तैयारियां भी खूब चल रही हैं।
फिलहाल ये तैयारियां व्यक्तिगत तौर पर चल रही हैं। नगर निगम क्षेत्रों में हलचल कुछ ज्यादा दिख रही है। नेता अतिजनपक्षीय होना दिखना चाह रहे हैं। बहरहाल, राजनीतिक दलों की इसकी खास इन्वाल्वमेंट नहीं दिख रही हैं। व्यक्तिगत तौर पर ही नेता जोर लगाए हुए हैं। बदरीनाथ और मंगलौर विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निकाय चुनाव को लेकर खासा उत्साह दिख रहा है।