उत्तराखंड पुलिस ने पेटीएम के माध्यम से ठगी करने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश

देहरादून, पुलिस ने पेटीएम के माध्यम से ठगी करने वाले अर्न्तराज्जीय गिरोह का किया पर्दाफाश, गिरोह के सदस्यों ने विगत एक माह में विभिन्न राज्यों में 08 घटनाओं को अंजाम देते हुए की गयी थी छह लाख पचास हजार (6,50,000/- रुपये) रुपये की ठगी।

पुन: घटना को अंजाम देने पहुचे थे देहरादून, अभियुक्तगणों के कब्जे से 09 मोबाईल फोन, 03 सिम कार्ड, 27 पेटीएम कार्ड, 60 पेटीएम स्कैनर पेज, 81 नेशन एक्सप्रेस कम्पनी के कार्ड, घटना में प्रयुक्त स्कूटी की बरामद, तीन बैक खाते किये गये सीज।

इसी माह 12 अप्रैल को वादी देव पाल सजवान पुत्र कृपाल सिंह निवासी नियर प्राथमिक विद्यालय सुंदरवाला रायपुर देहरादून के द्वारा एक प्रार्थना पत्र स्वंय के साथ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा पेटीएम स्कैनर ठीक कराने के नाम पर वादी के मोबाइल का पेटीएम ऐप हैक कर वादी के खाते से 01 लाख 40 हजार रूपये विभिन्न खातो में भेजकर ठगी किये जाने के संबंध में थाना रायपुर पर दिया गया, जिस पर तत्काल मु0अ0सं0 154/23 धारा 419/420 भादवि का अभियोग पंजीकृत कर विवेचना उपनिरीक्षक रविन्द्र सिंह नेगी के सुपुर्द की गयी।

उक्त घटना की गंभीरता के दृष्टिगत पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय द्वारा उक्त घटना का शीघ्र अनावरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। जिसके क्रम में श्रीमान पुलिस अधीक्षक अपराध, पुलिस अधीक्षक नगर महोदय के मार्गदर्शन एंव क्षेत्राधिकारी रायपुर महोदय देहरादून के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष रायपुर के नेतृत्व में घटना के अनावरण हेतु 03 अलग-अलग पुलिस टीमें गठित की गयी।

उपनिरीक्षक रविन्द्र नेगी के नेतृत्व में गठित प्रथम पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल के आस-पास घटना से पूर्व व घटना के पश्चात् कुल 195 सीसीटीवी कैमरे को चैक किया गया, जिसमें घटना की तिथि को वादी की दुकान के आस पास दो संदिग्ध व्यक्ति घूमते हुये दिखाई दिये, जिनसे कुछ दूरी पर पेट्रोल पम्प के निकट एक संदिग्ध स्कूटी के साथ एक अन्य व्यक्ति खडा दिखाई दिया। घटना के पश्चात् उक्त दोनों व्यक्ति वादी की दुकान की तरफ से पेट्रोल पम्प की ओर आते दिखाई दिये, जो स्कूटी के साथ पूर्व से मौजूद व्यक्ति के साथ आईएसबीटी देहरादून पहुँचे, जहाँ एक व्यक्ति का आईएसबीटी देहरादून से बस में जाना तथा शेष दो व्यक्तियों का स्कूटी से सहारनपुर की ओर जाना प्रकाश में आया। जिस पर सहारनपुर रोड़ पर देवबंद टोल टैक्स के कैमरो को चैक किया गया तो वहाँ उक्त व्यक्तियों की स्कूटी का नम्बर ट्रेस हो गया, जो दिल्ली का होना पाया गया, जिसकी तस्दीक हेतु व0उ0नि0 नवीन जोशी के नेतृत्व में गठित द्वितीय पुलिस टीम को दिल्ली रवाना किया गया। जिनके द्वारा उक्त स्कूटी के पते को तस्दीक किया गया तो उक्त स्कूटी अभियुक्त गौरव निवासी मंडोली दिल्ली के नाम पर पंजीकृत होना पाया गया तथा रजिस्ट्रेशन की डिटेल निकालने पर एक मो0नं0 प्रकाश में आया। उक्त पते पर पुलिस टीम द्वारा दबिश दी गयी तो को उक्त पते पर कोई नहीं मिला। प्रकाश में आये मोबाइल नम्बर की जानकारी करने पर उक्त मोबाइल नम्बर का घटना के दिन घटनास्थल के आस पास होना पाया गया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा सूचना तंत्र को सक्रिय करते हुए अभियुक्तों के सम्बन्ध में गोपनीय रूप से जानकारी एकत्रित की गयी, इसी बीच पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि घटना में सलिप्त अभियुक्त पुन: किसी घटना को अंजाम देने वापस देहरादून आने वाले हैं। जिस पर पूर्व में गठित तीनो पुलिस टीमो द्वारा दिल्ली तथा हरिद्वार से देहरादून आने वाले अलग-अलग रास्तों पर अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी हेतु सघन चैकिंग की गयी तथा 19 अप्रैल 2023 को घटना में सम्मिलित तीनो अभियुक्तों गौरव, सुशील एंव हिमांशु को स्टेडियम तिराहा, थानो रोड़ से समय 19.30 बजे 09 मोबाईल फोन, 03 सिम कार्ड, 27 PAYTM कार्ड, 60 PAYTM स्कैनर पेज, 81 नेशन एक्सप्रेस कम्पनी के कार्ड, घटना में प्रयुक्त स्कूटी के साथ गिरफ्तार किया गया।

अभियुक्त के नाम व पता:

गौरव पुत्र रामानंद निवासी मकान नंबर 518 गली नंबर 12 मंडोली एक्सटेंशन थाना हर्ष विहार, दिल्ली उम्र 26 वर्ष।
हिमांशु पुत्र तेजपाल निवासी 11/395 निवासी उपरोक्त, उम्र 23 वर्ष।
सुशील कुमार पुत्र कालूराम निवासी बी 206 तेजराम गली मकान नंबर 01, सुभाष मोहल्ला गोंडा, थाना भजनपुर, दिल्ली उम्र 26 वर्ष ।

 

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