उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने डा० कुसुम रानी नैथानी की दो पुस्तको का विमोचन किया गया।
देहरादून यमुना कॉलोनी स्थित आवास पर डा० कुसुम रानी नैथानी की ‘डा० के० रानी’ के बिनसर पब्लिकेशन से प्रकाशित हुई गढ़वाली संग्रह की बाल कहानी ‘दाना सायाणो का किस्सा’ और स्वेतवर्णा प्रकाशन नई दिल्ली से हिंदी प्रकाशित बाल कहानी संग्रह ‘पिंकी बनी जासूस’ का उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी द्वारा विमोचन किया गया।
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष द्वारा ‘दाना सायाणो का किस्सा’ और ‘पिंकी बनी जासूस’ जैसी पुस्तक के प्रकाशन पर डॉ नैथानी को भविष्य में भी ऐसे उत्कृष्ट कार्य करने के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी।
ऋतु खंडूरी ने गढ़वाली भाषा में लिखी गई इन पुस्तकों की तारीफ करते हुए कहा कि आज के दौर में बच्चों के लिए क्षेत्रीय भाषा में अच्छे साहित्य का होना बेहद जरूरी है और उम्मीद है कि भविष्य में वह बच्चो के लिए अपनी बोली भाषा से निर्मित साहित्य का प्रकाशन करेंगी।
उत्तराखंड की 33 लोक कथाएं भी इस पुस्तक में शामिल है।
डॉ० कुसुम रानी नैथानी बच्चों के लिए विगत 15 वर्षों से पाक्षिक बाल समाचार पत्र ‘बालपक्ष’ का सफल संपादक कर रही है और उनके द्वारा ऐसी कई लिखित कहानियां है। जो बच्चो के जीवन शैली और उनके द्वारा कैसे बाल जीवन को ज्ञानवर्धक और सुरक्षित किया जाए इसके लिए कार्य किया जा रहा है। क्योंकि बाल अवस्था एक ऐसी अवस्था होती है। जिसमे बालको को जैसी अवस्था में डालेंगे वो वैसा ही उस माहौल में ढालेंगे।