लैंसडाउन मुख्यमंत्री की घोषणा 8 माह में भी नही उतरी धरातल पर , ग्रामीणों में रोष
मुख्यमंत्री की कोरी घोषणा पर उठे सवाल
वैसे तो पहाड़ में सड़कों की खराब हालत की खबरे आये दिन सोशल मीडिया की सुर्खियों में रहते हैं, परन्तु यदि प्रदेश के मुखिया किसी सड़क के बारे में जनता से वादा करते हैं, तो उस सड़क को शायद सही बन जाना चाहिए था ।
मामला लैंसडाउन विधानसभा क्षेत्र का है, जहाँ पर विगत आठ माह पहले एक भयानक सड़क दुर्घटना हुई थी, जिसमे 32 लोगो की जान गई थी, जब दुर्घटना स्थल पर मुख्यमंत्री धामी आये तो उन्होंने तत्काल ही घोषणा की थी, कि अगले एक माह के अंदर सड़क दुरस्त कर दी जाएगी।
ऐसे ही कुछ समय पहले धुमाकोट में एक सड़क दुर्घटना हुई थी, जिसमे 48 लोगो की जान गई थी , उस समय पर भी सरकार ने बड़ी घोषणाएं कर रखी थी
लेकिन हालात अब भी जैसे के तैसे है ।
समाजसेवी मनीष सुंदरियाल कहते हैं, कि सरकारी तंत्र केवल घोषणा तक ही सीमित है, उसे पहाड़ियों की जान से कोई मतलब नहीं है ।
मुख्यमंत्री धामी के द्वारा एक माह में सड़क सही करने की बात की गई थी, लेकिन शायद मुख्यमंत्री उक बात को भूल गए ।