फर्जी वोटिंग को रोकने के लिए चुनाव आयोग करेगा यह बड़ा काम, बन गई सहमति

फर्जी वोटिंग को रोकने के लिए चुनाव आयोग ने आधार कार्ड से वोटर कार्ड को जोड़ने का फैसला लिया है। चुनाव आयोग और यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों के बीच मंगलवार को बैठक हुई, जिसमें आधार से वोटर कार्ड को लिंक करने पर सहमति बनी।

इसे संविधान की धारा 326, आरपी कानून के मुताबिक जोड़ा जाएगा। आधार से वोटर-आईडी को जोड़ने की पहल चुनाव आयोग ने 10 साल पहले की थी, लेकिन मामला अदालत में जाने के बाद अभियान को रोकना पड़ा था।

वोटर आईडी और आधार दो ऐसे जरूरी डॉक्यूमेंट है जिनका होना हर भारतीय के लिए जरूरी है। बता दें कि चुनाव आयोग की तरफ निर्देश दिया है कि वे आधार नंबर को इलेक्शन कार्ड से जोड़ने के लिए सभी प्रयास करें।

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