देहरादून। मेटा ने जी20 स्टे सेफ ऑनलाइन कैंपेन के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ साझेदारी की है। इलेक्ट्रॉनिक्स और आई मंत्रालय मंत्रालय के साथ अपनी साझेदारी के तहत, मेटा विभिन्न चैनलों के माध्यम से अलग-अलग भारतीय भाषाओं में मददगार संसाधनों का निर्माण कर उन्हें साझा करेगा। इसका मकसद ऑनलाइन सुरक्षित रहने के बारे में जागरुकता फैलाना है।
जी20 स्टे सेफ ऑनलाइन के तहत संसाधनों द्वारा कई थीम्स को कवर किया जाएगा। इसमें ऑनलाइन धोखाधड़ी से निपटने, हानिकारक सामग्री की रिपोर्ट करने के तरीकों, ऑनलाइन बातचीत करते समय खुद को सुरक्षित रखने के सुझावों और ऐसे बहुत सारे विषयों को शामिल किया जाएगा। भारत एक ट्रिलियन डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है और ऐसे समय में जब भारत जी20 की अध्यक्षता कर रहा है, यह रणनैतिक साझेदारी न केवल मौजूदा इंटरनेट यूजर्स की सहायता करेगी और उन्हें आवश्यक जानकारियों से सुसज्जित करेगी, बल्कि भारत में तेजी से बढ़ते नए इंटरनेट यूजर्स के लिए भी फायदेमंद होगी।
इस साझेदारी पर माईगवर्नमेंट के सीईओ, आकाश त्रिपाठी ने कहा कि, “भारत के टेकएड संबंधी प्रधान मंत्री श्री मोदी के विजन के अंतर्गत, हम डिजिटल को तेजी से अपनाते हुए देख रहे हैं और इस वृद्धि के साथ आसानी से उपलब्ध टूल्स एवं संसाधन तैयार करने की जरूरत है ताकि यूजर्स को बढ़ते साइबर अपराधों से बचाया जा सके। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय में हमने भारत की जी20 की अध्यक्षता के इस वर्ष में एक स्टे सेफ ऑनलाइन कैंपेन डिजाइन किया है और हमें खुशी है कि मेटा जैसी टेक कंपनियां गंभीर ऑनलाइन खतरों से सुरक्षित समावेशी डिजिटल स्पेस का निर्माण करने के सरकार के सपने में सहयोग करने के लिए आगे आ रही हैं।”