3 जुलाई से 17 जुलाई तक होने जा रहे कांवड़ मेले को लेकर आज अंतरराज्यीय कोआर्डिनेशन बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में उत्तर प्रदेश हरियाणा पंजाब जम्मू कश्मीर हिमाचल दिल्ली और राजस्थान के पुलिस अधिकारियों और आरपीएफ सीआरपीएफ आईबी के अधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक में कावड़ यात्रा को लेकर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इस बार प्रत्येक कावड़ यात्री को पहचान पत्र रखना अनिवार्य होगा। इस बैठक में आपसी कोआर्डिनेशन करते हुए कांवड़ियों के लिए रूट तय किये जाने पर चर्चा की इसके अलावा कावड़ यात्रा को लेकर कब से डायवर्जन लागू किया जाना है, उसको लेकर भी अहम चर्चा की गई। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक बैठक में शांतिपूर्ण ढंग से कावड़ यात्रा को संपन्न किए जाने को लेकर भी विमर्श किया गया।
उन्होंने कहा कि इस बार 4 जुलाई से 17 जुलाई तक चार धाम यात्रा में आने वाले यात्रियों से अनुरोध किया जाएगा, कि जो यात्री चार धाम यात्रा में आ रहे हैं, हरिद्वार और ऋषिकेश रुट को अवॉयड करें ताकि उन्हें किसी दिक्कत का सामना ना करना पड़े। डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक यात्रा में आने वाले तीर्थयात्री या तो सहारनपुर देहरादून होते हुए चार धाम यात्रा में जाएं या फिर बिजनौर से होते हुए, कोटद्वार की ओर से चार धाम यात्रा पर जाएं । वहीं उन्होंने बताया, कि सभी राज्यों से अनुरोध किया गया है, कि कावड़ यात्रा पर नजर रखने के लिए चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी लगाए जाए। ऐसे में सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रत्येक व्यक्ति सीसीटीवी की निगरानी में रहेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी हुड़दंग को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वही अशोक कुमार ने बताया कि कावड़ यात्रा में डीजे प्रतिबंधित नहीं रहेगा , लेकिन डीजे को नियंत्रित किया जाएगा। बैठक में यह भी तय किया गया , कि इस बात कांवड़ की ऊंचाई 12 फुट से अधिक नहीं होगी।