मां नंदा देवी पातबीडा महोत्सव 2023 में उमड़ा आस्था का जनसैला, स्थापित हुई मां नंदा की पवित्र पातबीडा डाली| मां नंदा देवी पातबीडा मध्यहिमालय की एक भावुक धियाण देवयात्रा है, जिसे रुद्रप्रयाग और चमोली मे आज भी हर्षोउल्लास के साथ पातबीडा कौथिग के रूप से मनाया जाता हैं, जिसमें धियाण यानी की बेटी मां नंदा को मायके से ससुराल के लिए विदा किया जाता है 17 वर्ष बाद यह दैवीय सम्मेलन नंदा पातबीडा का सुभारंभ हो चुका है| रुद्रप्रयाग जनपद के क्वीली गांव में 17 वर्षों के बाद हिमालय की देवी मां भगवती नंदा को मायके बुलाने का कार्यक्रम पातबीडा महोत्सव 2023 का विधिवत रूप से शुभारंभ हो चुका है
क्वीली कुरझण, बरकोटी के ग्रामीणों द्वारा आयोजित किए जाने वाले पाठ पीड़ा महोत्सव 17 वर्षों के बाद आयोजित किया जा रहा है| जिसमें आस्था रखने वाले भक्तों का जनसेलाव उमड़ पड़ा है| मान्यतानुसार कहा जाता है कि जब मां नंदा को कैलाश पर्वत पर भगवान शिव के साथ रहकर 12 वर्ष पूर्ण होने पर मां नंदा को अपने मायके की याद सताने लगती है तो मायके वालों के द्वारा मां नंदा को मायके बुलाने का यह त्यौहार पातबीड़ा के नाम से जाना जाता है और वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ महिलाओं द्वारा गाए जाने वाले जगरों के साथ मां नंदा को मायके बुलाने का कार्यक्रम शुरू होता है|
अपनी थाती माटी से जुड़े क्वीली, कुरझण, बड़कोटी, सनगु, पाली, टेमना आदि समीपवर्ती गांवों के ग्रामीणों में बुधवार को पातबीड़ा महोत्सव के दौरान डाली कौथीग में भारी उत्साह देखने को मिला। महोत्सव में मानों आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा| क्वीली कुरझण और बड़कोटी गांव के सहयोग से आयोजित किए जा रहे पातबीड़ा महोत्सव 2023 में रोनके बढ़ने लगी है|17 वर्षों के पश्चात ग्राम क्वीली के नंदा देवी मंदिर में आयोजित हो रहे पातबीड़ा महोत्सव 2023 के छठवें दिन भक्त ढोल दमाऊं और भाणे-भंकोरे के साथ वन क्षेत्र से लाटू देवता के प्रतीक चिन्ह के रूप में सड़मा यानी की चीड़ के पेड़ को आयोजन स्थल तक लाया जाता है| बारिश के दौरान भी मां नंदा के भक्तों में गजब का उत्साह बना रहा|
गांव में धियाणियों और नाते रिश्तेदारों सहित क्षेत्रवासियों के पहुंचने का सिलसिला निरंतर जारी है। ऐसा लगने लगा है की पलायन से सुनसान पड़े क्वीली कुरझण और बड़कोटी गांव में इन दिनों रौनक लौट आई है। गांव की बेटियों और उनके बच्चों और रिश्तेदारों के आने से एक बार फिर गांव गुलजार हो गए हैं| पातबीडा महोत्सव में पधार कर माँ नंदा के आशीर्वाद के भागीदार आप भी बनें