देवप्रयाग। ग्राम पंचायत जामणखाल गांव की एक सात साल की बच्ची ने शनिवार शाम को खेल-खेल में खुद को अलमारी में बंद कर दिया। जब काफी देर तक बच्ची घर या गांव में किसी को नहीं दिखी तो घबराए परिजनों ने बच्ची के लापता होने की सूचना ग्राम प्रधान को दी। ग्राम प्रधान ने वन विभाग को सूचित किया।
प्रधान की सूचना पर रेंजर मदन सिंह रावत भी अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे। ग्रामीण लाठी- डंडे, टार्च और हथियार लेकर बच्ची की खोजबीन में जुटे। करीब डेढ़ घंटे बाद बच्ची अलमारी से बाहर निकली। तब जाकर खोजबीन में जुटे परिजनों और ग्रामीणों सहित वन विभाग के कर्मचारियों की जान में जान आई।