दक्षिण-पश्चिम मानसून 16 अक्टूबर को पूरे देश से वापस हो गया है। ओमान तट पर दबाव एक स्पष्ट रूप से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र में धीरे-धीरे कमजोर होने की उम्मीद है।
दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग पर स्पष्ट निम्न दबाव एक अवसाद के रूप में तीव्र हो गया है, यह पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में उत्तर तमिलनाडु और निकटवर्ती दक्षिण आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ेगा और चेन्नई के पास एक अवसाद के रूप में उत्तर तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट को पार लेगा।
उत्तराखंड मे मौसम का हाल
उत्तराखंड में फिलहाल मौसम शुष्क बना रहेगा। हालांकि कुछ क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान काफी कम हो गया है। जिससे रात के समय ठंड होने लगी है। हालांकि मैदानी क्षेत्रों में अभी भी पारा चढ़ा हुआ है। अक्टूबर का आधा महीना बीत चुका है लेकिन गर्मी जाने का नाम नहीं ले रही है।
वहीं, पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम सर्द होने लगा है। कुमाऊं के चंपावत, लोहाघाट और नैनीताल के मुक्तेश्वर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में दिन के समय भी लोग स्वेटर पहनने लगे हैं जबकि मैदानी क्षेत्रों में सुबह और शाम के समय ही हल्की ठंड पड़ रही है।
ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ओस गिरने लगी है जिससे तापमान में कमी आई है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार अक्टूबर महीने में मुक्तेश्वर का न्यूनतम तापमान 9.3 डिग्री सेल्सियस रहता है। आने वाले दिनों में तापमान में और कमी आने की संभावना है।