Uttarakhand News : पौड़ी गढ़वाल की दीपशिखा ने 22 साल की उम्र में महिलाओं को बनाया सशक्त, विदेशो से भी आ रही है उत्पादों की डिमांड

Uttarakhand News उत्तराखंड की ट्रेडिशनल आर्ट ऐपण को मॉडर्न तरीके से बना कर पेश करने के साथ विदेशो से भी डिमांड आ रही है। आज  50 से ज्यादा महिलाओं को ट्रेनिंग दे रही है।

Uttarakhand News हमेशा ऐसा सुनने को मिलता है, जिसमें कहा जाता है कि इंसान को अपनी हॉबी के लिए काम करना चाहिए और इसी में ही आगे बढ़कर अपने सपने को पूरा करना चाहिए। ये बात सच कर दिखाई है। पौड़ी गढ़वाल के पोखड़ा ब्लाक की दीपशिखा ने जिन्होंने अपने शौक के लिए कड़ी मेहनत, मशक्कत करने के साथ लगन से काम किया। दीपशिखा ने इलेक्ट्रॉनिक- मैकेनिक डिप्लोमा करने के बाद नौकरी करने के बजाय अपनी हॉबी के लिए काम करना जरूरी समझा। हॉबी को निखारने के लिए उन्होंने बिना किसी ट्रेनर के कई तरह की आर्ट्स को यूट्यूब से सीखा और आज 20 से ज्यादा प्रकार की आर्ट्स वह कर लेती हैं। जिनमें शामिल है- लिपन आर्ट्स, स्टोन आर्ट, एंब्रॉयडरी हूप, स्टोन आर्ट्स, हैंडमेड जूलरी आदि दीपशिखा बना देती हैं। दीपशिखा के उत्पाद कैनेडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी गए हैं। जिनकी ट्रेनिंग वह महिलाओं को खुद देती हैं और इसके साथ कई महिलाओं को रोजगार से भी जोड़ रही है।

Uttarakhand News इंटरमीडिएट पास करने के बाद उन्होंने आईटीआई से दो साल का इलेक्ट्रॉनिक- मैकेनिक डिप्लोमा किया और प्राइवेट नौकरी में लग गई। वही दीपशिखा फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करना चाहते थी, लेकिन बहुत महंगा होने के कारण वह नहीं कर पाई। उन्हें आर्ट्स और डिजाइनिंग का बचपन से बेहद शौक था। 8 से 9 घण्टे की नौकरी में कम सैलेरी से वह खुश नहीं थी। जिस कारण उन्होंने नौकरी छोड़ने का मन बनाया और अपने  शौक को ही पूरा वक्त देना जरुरी समझा।

Uttarakhand News दीपशिखा कहती है कि इंटरनेट पर क्राफ्ट मेकिंग के साथ -साथ अलग-अलग तरह की जानकारी  मिली। जिसमे उन्होंने क्राफ्ट तैयार करना शुरू किया और उनकी आर्ट को काफी पसंद किया जाने लगा। जब लोगों को उनके हुनर का पता चला तो लोगों ने उन्हें महिला स्वयं सहायता समूह शुरू करने की सलाह दी, लेकिन दीपशिखा ने गांव की सभी महिलाओं को हुनरमंद बनाने के लिए काम शुरू किया। गांवों में उपलब्ध होने वाली चीजों से महिलाओं को नए-नए तरह के उत्पाद बनाने सिखाए और जो उत्पाद महिलाएं बनती, उन्हें प्रदर्शनी और ऑनलाइन माध्यम से वह बेच देती जिससे महिलाओं को भी रोजगार मिला। इस तरह से 22 साल की उम्र में उन्होंने ट्रेनर के तौर पर भी अपना काम शुरू किया। आज 24 साल की उम्र में दीपशिखा 20 से ज्यादा तरह की आर्ट पर काम कर रही हैं। उत्तराखंड की ट्रेडिशनल आर्ट ऐपण को मॉडर्न तरीके से बना कर पेश करने के साथ इनके उत्पादों की डिमांड विदेश से भी आ रही हैं। आज दीपशिखा 50 से ज्यादा महिलाओं को ट्रेनिंग देने के साथ सशक्त बना रही है।

दीपशिखा के उत्पाद लेने की जानकारी के लिए यह पढ़े

दीपशिखा कई तरह की पेंटिंग्स करने के अलावा एंब्रॉयडरी हूप्स बनाती है।  जिन्हें शादी में मेमोरेबल गिफ्ट के तौर पर कपल एक दूसरे को देते हैं और  इनकी कीमत 1 हजार रुपये से शुरू है। साथ ही वह ऐपन और मंडाला आर्ट से कई तरह के उत्पाद, मेक्रम के पर्स, हैंडमेड जूलरी भी बना देती हैं। आप भी इन्हें आर्डर पर मंगा सकते है और ज्यादा जानकारी के लिए आप इनके इंस्टाग्राम अकाउंट handmade_crft पर सम्पर्क कर सकते हैं।

 

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