नौकरी के लिए रेलवे में दिया है ट्रायल
चमोली जिले के दशोली विकासखंड के मजोठी गांव निवासी मानसी नेगी ने पहाड़ों से दौड़ना शुरू किया। मानसी नेगी ने प्रदेश का नाम रोशन किया है। मानसी को अपने भविष्य के बारे में चिंता होने लगी है। अब प्रदेश में खेल कोटे से नौकरी मिलने की आस खत्म होने पर मानसी ने रेलवे में नौकरी के लिए ट्रायल दिया है। मानसी की प्रतिभा को देखते हुए उसके चयन होने की काफी संभावनाएं नजर आती हैं यदि रेलवे में नौकरी मिल जाती है तो प्रदेश से एक स्वर्णिम प्रतिभा पलायन कर जाएगी।
चमोली जिले के दशोली विकासखंड के मजोठी गांव निवासी मानसी नेगी ने जब से दौड़ना शुरू किया तो स्वर्ण पदक से कम हासिल नहीं किया। गरीब परिवार से निकली मानसी ने विषम परिस्थितियों में भी अपने खेल को न सिर्फ जारी रखा बल्कि हर स्तर पर अपने कोच, परिवार और समर्थकों की उम्मीदों पर खरी उतरी लेकिन अब प्रदेश सरकार में इस प्रतिभा के लिए कोई नौकरी नहीं है। जिससे अब उसने रेलवे में नौकरी के लिए आवेदन किया है।
कुछ समय पहले मानसी नेगी ने रेलवे के लिए ट्रायल भी दे दिया है। मानसी की प्रतिभा से यह नजर आता है कि इसमें मानसी नेगी के चयन होने की काफी उम्मीदे है यदि वह सफल हो जाती है तो उन्हें नौकरी के लिए दूसरे शहर या राज्य में जाना पड़ेगा। हालांकि मानसी बताती हैं कि वह प्रदेश में रहकर अपने खेल को जारी रखना चाहती है लेकिन पारिवारिक की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उन्हें यह करना होगा। आखिर अकेली मां कब तक सबकुछ करती रहेगी। नौकरी मिलने से परिवार को मदद भी मिलेगी और अपने खेल को भी जारी रख सकेगी।
आखिर कब तक दौड़ती रहेगी मानसी
मानसी की मां शकुंतला देवी ने बताती है कि खेती-बाड़ी और घी, दूध बेचकर परिवार का खर्च चलता है। साथ ही उन्होंने बताया कि मानसी कब तक दौड़ती रहेगी। सरकार को नौकरी दे देनी चाहिए। नौकरी मिल जाए तो उसका भविष्य संवर जाएगा।
आठ स्वर्ण जीत चुकी है मानसी
मानसी नेगी अभी तक छह राष्ट्रीय सहित आठ स्वर्ण पदक जीत चुकी है। इसके अलावा उन्होंने 2021 में विश्व चैंपियनशिप कोलंबिया में भी प्रतिभाग किया है।