देहरादून: राइफलमैन शहीद जसवंत सिंह रावत की जयंती के अवसर पर क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। इस दौरान डा. अग्रवाल ने शहीदों के परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा भी दिया। साथ ही रक्षाबंधन पर्व की बधाई भी दी।
बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में डा. अग्रवाल ने शहीद कैप्टन अमित सेमवाल के पिता तारादत्त सेमवाल, शहीद प्रदीप रावत के पिता कुंवर सिंह रावत, शहीद हमीर पोखरियाल के पिता जयेन्द्र पोखरियाल, शहीद चैन सिंह राणा की माता कुवारी देवी, शहीद राकेश डोभाल की माता विमला डोभाल, शहीद मनीष थापा के भाई मनोज थापा को पुष्पगुच्छ और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
डा. अग्रवाल ने कहा कि राइफलमैन जसवंत सिंह रावत ने उत्तराखंड की धरती पौड़ी गढ़वाल के बरयूं गांव में जन्म लिया। उनकी वीरता का लोहा चीन भी मानता हैं। कहा कि 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान जसवंत रावत ने अकेले 300 चीनी सैनिकों को ढेर कर दिया था। इस दौरान लगातार 72 घंटे तक वह भूखे व प्यासे भी रहे।
डा. अग्रवाल ने कहा कि जसवंत सिंह रावत को अरूणांचल प्रदेश के लोग आज भी शहीद नहीं मानते है। ऐसी मान्यता है कि अरूणांचल प्रदेश और चीन की सीमा पर आज भी जसवंत सिंह रावत सुरक्षा कर रहे है। उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह को बहादुरी के चलते उन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र दिया गया।
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष सुमित पंवार, जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा कविता शाह, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष माधवी गुप्ता, निवर्तमान पार्षद शिव कुमार गौतम, वीरेंद्र रमोला, विजेंद्र मोंगा, संजीव पाल, प्रदीप धस्माना, समाजसेवी मानवेंद्र कंडारी, पूर्व सैनिक मोर सिंह रावत, पूर्व सैनिक बृज मोहन मनोड़ी, रूपेश गुप्ता, एकांत गोयल आदि उपस्थित रहे।