पौड़ी। गुलदारों को ठिकाने लगाने और उन्हें टेंकुलाइज़ करने के लिए पेशेवर शिकारियों के बजाय अब वन विभाग के कर्मचारी नया गुर सीखने जा रहे है। बाकायदा हमलवार गुलदार को ढेर या ट्रेंकुलाइज करने के लिए वन विभाग की टीम निशानेबाजी और वेपन ट्रेनिंग का प्रशिक्षण शस्त्र सीमा बल के जवानों से ले रही है उम्मीद की जा रही है।
अब देखना है कि एसएसबी से तालीम लेने के बाद वन विभाग के कर्मचारी आदमखोर जंगली जानवर को सटीक निशाना लगा सकने में कितना सफल होंगे। आदमखोरों को ढेर करने के इतिहास में ये माना जाता रहा है कि जो पेशेवर शिकारी होते है उनको जंगली जानवरों और ख़ास तौर पर आदमख़ोर जानवरों की हरकतों और फ़ितरत का ज्ञान होता है। यही वज़ह होती है कि, पेशेवर शिकारी सही और सटीक जानवर को ही अपना निशाना बनाता है और निर्दोष जानवर नही मारा जाता।