टिहरी। जनपद टिहरी गढ़वाल की भरपूर पट्टी देवप्रयाग से ऋषिकेश स्थित रेलवे स्टेशन के निकट निजी चकित्सालय में डेंगू का उपचार करवाने आए युवक की संदिग्ध अवस्था में मौत हो जाने के बाद परिजनों ने चिकित्सालय के बाहर मृतक के शव को रखकर भारी हंगामा खड़ा कर दिया।
मृतक के जीजा देवेंद्र सिंह ने बताया कि उनके 25 वर्षीय साले डबल सिंह रावत पुत्र वीर सिंह रावत निवासी चिल्पड पट्टी भरपूर देवप्रयाग टिहरी गढ़वाल को दो-तीन दिनों से बुखार के बाद डेंगू हो जाने पर उपचार के लिए ऋषिकेश रेलवे स्टेशन के निकट उपचार के लिए अस्पताल में लाया गया था। जो कि होटल में काम करता था, उसे यहां रविवार की दोपहर में भर्ती किया।
गया, जिसका उपचार चल ही रहा था, कि उसने सोमवार की सुबह 6:00 बजे दम तोड़ दिया, इसके बाद परिजनों ने चिकित्सक के विरुद्ध हंगामा खड़ा कर दिया। जिसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगों को शांत किया। परिजनों का आरोप है कि डबल सिंह की मौत डॉक्टर की लापरवाही के कारण हुई है। वही डॉक्टर हरिओम प्रसाद ने बताया कि डबल सिंह की प्लेटलेट्स गिरने के साथ उनके लंग्स में पानी भर गया और पस बन गई थी। जिसे रात को ब्लड भी चढ़ाया गया, लेकिन उसके बावजूद डबल सिहं ने सुबह 6:00 बजे दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना है कि वह इस संबंध में वह कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। जिसके दाह संस्कार के लिए वह शव को अपने घर ले जा रहे हैं । डबल सिंह रावत अपने परिवार में अपने पीछे दो बेटियों को छोड़ गए हैं।