चमोली जिले के जोशीमठ में एक मकान टूटने से मलबे में चार लोग दब गए। एसडीआरएफ ने त्वरित राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। एक व्यक्ति ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि तीन घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। इनमें से एक की रास्ते में मौत हो गई। दूसरी तरफ रुद्रप्रयाग मदमहेश्वर पैदल मार्ग पर फंसे श्रद्धालुओं में अभी तक 120 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है।
चमोली में मलबे में दफन हुए चार लोग, दो की मौत, मदमहेश्वर में फंसे 120 श्रद्धालु निकाले
चमोली में देर रात एक मकान के टूटने से चार लोग मलबे में दब गए। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। दूसरी तरफ रुद्रप्रयाग में द्वितीय केदार मद्महेश्वर पैदल मार्ग से लेकर मंदिर तक फंसे 250 श्रद्धालुओं में से 120 श्रद्धालुओं को रेस्क्यू किया गया है।
विगत देर रात्रि कोतवाली जोशीमठ द्वारा एसडीआरएफ को सूचित किया कि हेलंग में चल रहे क्रशर प्लांट के पास एक मकान पर मलबा आने के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसमे कुछ लोगों के दबे होने की संभावना है। उक्त सूचना पर पोस्ट जोशीमठ से इंस्पेक्टर हरक सिंह राणा, एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम मय रेस्क्यू उपकरणों के साथ तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुए।
एसडीआरएफ द्वारा विषम परिस्थितियों में रात भर चले रेस्क्यू ऑपरेशन में कंक्रीट की छतों को काटकर तीन लोगों को घायलावस्था में रेस्क्यू कर तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। जबकि एक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी।
दूसरी तरफ रुद्रप्रयाग में द्वितीय केदार मद्महेश्वर पैदल मार्ग से लेकर मंदिर तक फंसे 250 श्रद्धालुओं में से 120 श्रद्धालुओं को रेस्क्यू किया गया है। ऊखीमठ एसडीएम जितेंद्र वर्मा ने बताया कि रविवार रात को हुई मूसलाधार बारिश से मद्महेश्वर पैदल मार्ग पर बणतोली के पास पैदल पुल बह गया था। अन्य लोगों को भी जल्द रेस्क्यू कर दिया जाएगा।