बारिश के कारण गंगोत्री-यमुनोत्री और बदरीनाथ हाइवे भी बंद हो गए। यमुनोत्री धाम सहित यमुना घाटी में मूसलाधार बारिश से यमुना नदी सहित सहायक नदी-नाले उफान पर हैं। उत्तराखंड में अभी भी भारी बारिश का सिलसिला जारी है। पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश के चलते गंगा हरिद्वार ऋषिकेश में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं, श्रीनगर गढ़वाल में भी गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यहां अल्केश्वर घाट के मंदिर परिसर तक पानी पहुंच गया है। आपको बता दे भारी बारिश के बाद केदारनाथ के लिनचोली में एक नेपाली मूल के व्यक्ति की मौत हो गई। उधर, लगातार हो रही भारी बारिश से गौण्डार-मद्ममहेश्वर पैदल मार्ग पर बनतोली में पुल बह गया। जिससे मध्यमहेश्वर में 200 से अधिक यात्रियों के फंसने की सूचना मिली।चमोली जनपद में रविवार रात से शुरू हुई भारी बारिश आज भी जारी है।
जनपद के थराली, नंदानगर और पीपलकोटी क्षेत्र में नदियों के साथ ही गाड गदेरे उफान पर बह रहे हैं। सबसे अधिक नुकसान थराली में हुआ। यहां थराली गांव और केरा गांव में कई मकान व गौशालाएं मलबे में दब गई हैं।नैनीताल में रविवार देर रात बैलगढ़ बरसाती नाले मे बाइक पर सवार दो लोग बाइक समेत बह गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस, फायर कर्मी और स्थानीय लोगों की मदद से दोनों को सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया। यमुनोत्री धाम सहित यमुना घाटी में मूसलाधार बारिश से यमुना नदी सहित सहायक नदी-नाले उफान पर हैं। यमुनोत्री हाईवे जगह-जगह मलबा व बोल्डर आने से बंद है। लगातार बारिश के चलते हाईवे खोलने के प्रयास शुरू नहीं हो पा रहा है। उधर, बारिश के कारण ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे भद्रकाली, प्लास्डा, चाचा-भतीजा व बगड़धार के पास अवरुद्ध है। बदरीनाथ हाईवे कई जगहों पर मलबा और बोल्डर आने से बंद है। गडोरा और जोशीमठ के समीप मारवाड़ी में हाईवे अवरुद्ध है। बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर जा रहे तीर्थयात्री भी जगह-जगह फंसे हैं। छिनका और नंदप्रयाग में भी हाईवे पर मलबा आने से बंद हो गया है। नायब तहसीलदार मनोहर सिंह नेगी ने बताया कि कोटद्वार में खोह नदी के उफान पर आने से गाड़ीघाट, झूला पुल बस्ती और काशीरामपुर तल्ला में करीब 15 मकान बह गए। वहीं, कोटद्वार में स्टेट हाइवे 9 में दुगड्डा ब्लॉक मुख्यालय के पास भूस्खलन से सड़क बंद हो गई। कई जगह वाहनों का संचालन भी ठप हो गया। मसूरी शहर में हो रही बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शहर के बालाहिसार में सड़क पर भारी भरकम पेड़ गिर गया, जिसके चलते लिंक मार्ग बंद है। विकासनगर के पछवादून में नदी नाले उफान पर हैं। जिसके चलते सेलाकुई में चार झोपड़ियां बह गई। वहीं, एक फैक्ट्री का कुछ हिस्सा भी बह गया। जस्सोवाला गांव में एक मकान ध्वस्त हो गया। यहां आसन नदी से सटे इलाकों में किसानों की जमीन को नुकसान हुआ है। थानों भोगपुर मार्ग पर जाखन नदी पर बने पुल का एक हिस्सा बह गया है। पुलिस ने मार्ग पर आवाजाही बंद करा दी है। वहीं, थानों में सिन्धवाल गांव के विदालना पुल का भी एक हिस्सा बहने की सूचना मिली हे । यहां कई जगह सड़कें भी बह गई हैं। भोगपुर में महादेव खाले का पानी के घरों में घुस गया है। ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी ऊफान पर आ गई। ढलवाला में नदी किनारे खड़े किया एक ट्रक नदी में बहा है। वहीं, गौहरी माफी में भी गंगा का जलस्तर बढ़ने से आबादी वाले क्षेत्रों में पानी घुस गया। यहां एसडीआरएफ के जवानों ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है।