वीरवार का दिन त्यूनी के कुसुम और त्रिलोक के लिए बेहद दर्दनाक रहा। दो बेटियां खोने के बाद कुसुम की आंखों में सिर्फ आंसू है और त्रिलोक भवन की राख में अपने की बच्चों की मौत से सदमे में है।
हादसा उस वक्त हुआ जब कुसुम गैस सिलेंडर बदल रही थी और इस दौरान सिलडर ने आग पकड़ ली। उसने कोशिश की आग बुझाने की लेकिन बुझा नहीं पाई और जब सिलेंडर की आग पूरे घर में फैल गई तो उसने बच्चों कोे बचाने की कोशिश लेकिन तब तक आग में वह भी झुलस गई थी। इस बीच लोगों ने भी आग बुझाने की कोशिश की लेकिन तीन मंजिला लकड़ी का भवन होने के कारण आग तेजी से फैली और जलती हुई लकड़ियों ने पूरा घर तबाह कर दिया। चार बच्चियां जिंदा जल गई और कुसुम झुलस गई है, जिसका अस्पताल में उपचार चल रहा है। फायर सर्विस ने आग पर मुश्किल से नियंत्रण पाया। इस पूरे प्रकरण की अब प्रशासन जांच कर रहा है। जिलाधिकारी सोनिका का कहना है कि आग लगने के कारणोें की जांच की जा रही है और घायलों का उपचार चल रहा है।