देहरादून के नशा मुक्ति केंद्र में मरीजों को यातनाएं देने के साथ उनसे कुत्तों का मल भी साफ करवाया जाता था। मना करने पर मारपीट की जाती थी। सिद्धू ने भी सोमवार रात को यातनाओं से परेशान होकर घर जाने की जिद की थी। इसके बाद स्टाफ ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। बेहोश होने तक उसे पीटा गया। इसके बाद उसके ऊपर कंबल डाल दिया।
सुबह सिद्धू की मौत हो चुकी थी। नशा मुक्ति केंद्र में सिद्धू ने जब घर जाने की जिद की तो स्टाफ ने उसके हाथ-पैर बांध दिए। उसे खाना भी नहीं दिया। मरीजों ने बताया कि सिद्धू जोर-जोर से चिल्ला रहा था। उसे तीन लोग डंडे और फट्टे से मार रहे थे। लेकिन, निर्दयी लोगों को उस पर तरस नहीं आया। पुलिस पूछताछ में वहां मौजूद मरीजों ने एक-एक कर नशा मुक्ति केंद्र की करतूतों का खुलासा किया।